तरसती आँखों ने थे देखे हजारो सपने
पर डरती हूँ कहीं वो टूट न जाए,
इंतज़ार में हूँ एक हमसफ़र के साथ का
पर डरती हूँ कहीं साथ छूट न जाए॥
अंधेरों में बैठी हूँ रौशनी की आस लिए
कोई सूरज बन कर आए अँधेरा दूर भगाए,
अंधेरों की तो आदत हो गयी है हमे
पर डरती हूँ कहीं फिर वो सूरज डूब न जाए॥
तरसती आँखों ने थे देखे हजारो सपने.......
किनारे पे खड़ी साहिल को निहारती हूँ
कि काश कोई मुझे उस पार ले जाए,
साथ मेरे माझी भी है और नाव भी
पर डरती हूँ बीच भँवर डूब ना जाए॥
तरसती आँखों ने थे देखे हजारो सपने.......
रूठी है किस्मत रूठा है सारा जहाँ
हम है जिसके सहारे न जाने वो है कहाँ,
जाना चाहती हूँ उसके पास हमेशा के लिए
पर डरती हूँ कहीं वो भी रूठ न जाए॥
तरसती आँखों ने थे देखे हजारो सपने.......
हजारों सपने करोड़ों ख्वायिशें
अनगिनत अरमानो और प्यार का खजाना,
कितना है संजोया रखा छिपा कर सालो से
पर डरती हूँ कहीं यह खजाना लूट न जाए॥
तरसती आँखों ने थे देखे हजारो सपने
पर डरती हूँ कहीं वो टूट न जाए,
इंतज़ार में हूँ एक हमसफ़र के साथ का
पर डरती हूँ कहीं साथ छूट न जाए॥
~'~hn~'~
12 comments:
आदरणीय सुश्रीहेमाजी,
बहुत सुंदर मनोभाव।
किनारे पे खड़ी साहिल को निहारती हूँ
कि काश कोई मुझे उस पार ले जाए,
साथ मेरे माझी भी है और नाव भी
पर डरती हूँ बीच भँवर डूब ना जाए॥
धन्यवाद।
मार्कण्ड दवे।
Ye maine pehle bhi padha hai apke meow wale blog mein shayad..
Bohot pyaari kavita hai :)
bahut hi sundar abhivyakti ...
आदरणीय मार्कण्ड दवे जी।
आप मुझे आदरणीय न कहे..मैं उम्र में आपसे बहुत छोटी हूँ ....आप मुझे अपना स्नेह और आशीर्वाद ही दे...ये मेरा आपसे आग्रह है।
आपका मेरे ब्लॉग में बहुत-बहुत स्वागत है..आपको मेरी कविता अच्छी लगी।...धन्यवाद।..
आपको आभार।
thnx sneha...haan tumne facebook pe ya meow pe padhi hogi shayad..
ek baar phir se padhne ke liye thanks dear:):):)
dhanyavaad some unspoken words...
main apka naam jaan sakti hoon...?
Sundar rachna ! :)
thanks simran sweetie...:):)
@manpreet
thank you dear..:):)
@ dilbag
shukriya dilbag saheb
“Remember today, for it is the beginning of always. Today marks the start of a brave new future filled with all your dreams can hold. Think truly to the future and make those dreams come true.”
BEAUTIFUL...I will always pray that what you want in life,you will get...
ALPANA JAISWAL
@Alpana
thank you...you always inspired me someway the other....
you already given me new hope in life with your lovely poem "Who Am I"
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